सरकार ने ब्लूटूथ आधरित
Covid-19 ट्रैकर “आरोग्य सेतु ऐप” लंच किया है यह ऐप अपने आस-पास के लोगों पर नजर
रखती है , इस ऐप को इंस्टॉल करने के बाद इसमें अपनी जानकारी सही-सही भरना होता है भरने के बाद यह Activate हो जाता है, यह ऐप
कोरोना वायरस का अपडेटेड देता रहता है|
कोरोना
ट्रैकिंग एप आरोग्य सेतु का कैसे इस्तेमाल करें?
आरोग्य सेतु एप के लॉन्च होने के कुछ ही समय में दो करोड़ से अधिक लोगों ने
इसे डाउनलोड किया है. सरकार का यह एप लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और
जोखिम का आकलन करने में मदद करता है. एंड्रॉयड और आईफोन दोनों तरह के स्मार्टफोन
पर इसे डाउनलोड किया जा सकता है. यह खास एप आसपास मौजूद कोरोना पॉजिटिव लोगों के
बारे में पता लगाने में मदद करेगा. आपके मोबाइल के ब्लूटूथ, स्थान और मोबाइल नंबर का उपयोग करके ऐसा किया जाता है. आइए, देखते हैं कि आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल कैसे करना है...
आरोग्य सेतु एप एंड्रॉयड और आईओएस दोनों पर उपलब्ध है. इसे एप स्टोर के
जरिये डाउनलोड किया जा सकता है. सुनिश्चित करें कि आरोग्य (Aarogya) और सेतु (Setu) के बीच कोई
स्थान नहीं हो या फिर एप खोजने के लिए सर्च बार में 'AarogyaSetu' टाइप करें. हमने नीचे लिंक भी दिए हैं:
अंग्रेजी और हिंदी समेत आरोग्य सेतु एप 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है. इंस्टॉल करने के बाद एप को खोलें और अपनी पसंदीदा भाषा को चुनें
नया पेज खुलेगा
इनफॉर्मेशन पेज को ध्यान से पढ़ें और 'रजिस्टर नाउ' बटन पर टैप करें
अब ब्लूटूथ आन करे
आरोग्य सेतु एप को ब्लूटूथ और जीपीएस डेटा की जरूरत पड़ेगी. एप को काम करने के लिए इसकी अनुमति दें. आरोग्य सेतु कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए आपके मोबाइल नंबर, ब्लूटूथ और लोकेशन डेटा का उपयोग करता है और बताता है कि आप कोरोना के जोखिम के दायरे में है या नहीं.
अपने फोन को रजिस्टर करें
एप तभी काम करता है जब आप अपने मोबाइल नंबर को रजिस्टर करते हैं और ओटीपी से उसे वेरिफाई करते हैं. एक वैकल्पिक फॉर्म भी आता है जो नाम, उम्र, पेशा और पिछले 30 दिनों के दौरान विदेश यात्रा के बारे में पूछता है
आप इस फॉर्म को स्किप कर सकते हैं. हालांकि, अगर आप जरूरत के समय में वॉलेंटियर यानी स्वयंसेवक बनने की इच्छा रखते हैं तो आपके पास खुद को इसमें नामांकित करने का विकल्प है.
एप हरे और पीले रंग के कोडों में आपके जोखिम के स्तर को दिखाता है. यह भी सुझाव देता है कि आपको क्या करना चाहिए. अगर आपको ग्रीन में दिखाया जाता है और बताया जाता है कि 'आप सुरक्षित हैं' तो कोई खतरा नहीं है. कोरोना से बचने के लिए आपको सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखना चाहिए और घर पर रहना चाहिए.
पीला रंग खतरे की घंंटी
अगर आपको पीले रंग में दिखाया जाता है और टेक्स्ट बताता है कि 'आपको बहुत जोखिम है' तो आपको हेल्पलाइन में संपर्क करना चाहिए.
अपना आंकलन भी दे सकते हैं
आरोग्य सेतु एप पर आप 'सेल्फ एसेसमेंट टेस्ट' फीचर का इस्तेमाल कर सकते हैं. इस फीचर का इस्तेमाल करने के लिए ऑप्शन पर क्लिक करें और फिर एप चैट विंडो खोल देगा. इसमें यूजर की सेहत और लक्षण से जुड़े कुछ सवाल किए जाएंगे.
हेल्पलाइन नंबर का भी पता लगा सकते हैं